शहीद नजीर को अशोक चक्र, पत्नी को मिला
नज़ीर वानी इसलिए याद रखे जाने चाहिए क्योंकि वह कश्मीर में एक उम्मीद जगाते हैं। वानी खुद एक नज़ीर हैं कि बंदूक के रास्ते किसी मंज़िल तक नहीं पहुंचा जा सकता। फिर वह लड़ाई चाहे किसी कौम के लिए हो, विचारधारा के लिए हो या किसी मुल्क के लिए ही क्यों न हो।
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