'मददगार' से सेना संवार रही कश्मीरियों की जिंदगी
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा निवासी दिहाड़ी मजदूर बिलाल (परिवर्तित नाम)को कुछ महीनों पहले डॉक्टर ने बताया कि उनकी दोनों किडनी फेल हो गई हैं। बिलाल के पास पास पैसे नहीं थे और पांच बच्चों समेत पूरे परिवार की देखभाल की जिम्मेदारी के कारण वह नौकरी भी नहीं छोड़ सकते थे। इसी बीच उन्होंने सीआरपीएफ की एक गाड़ी पर सेना की तरफ से चलाए जा रहे हेल्पलाइन 'मददगार' का विज्ञापन देखा।
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